ANUBHAVA MANTAPA

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Tuesday, February 3, 2015

सिंधुजन संस्कृति आणि लिंगायत

'शिव में विष्णु , विष्णु में शिव हैं.' ऐसा न कहो ।
'नारायण हर हैं' ऐसा न कहों ।
'शिव विष्णु हैं, विष्णु ही शिव हैं' ऐसा न कहो ।
अपने कुडलसंगमदेव को न जाननेवाले सभी हत्यारे हैं।
- महात्मा बसवण्णा (व.क्र.५६६)